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क्या पोलियो वैक्सीन से पैदा हुई नई पैरालिसिस महामारी?

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लेख स्रोत:The Hindu (21 अगस्त 2018)

रिपोर्टर: बिंदु शाजन परप्पादन

अध्ययन: St. Stephen’s Hospital, New Delhi

शोधकर्ता:डॉ. जैकब पुलियेल (Pediatrician)


पोलियो से लड़ाई या पैरालिसिस की नई शुरुआत?


भारत में पल्स पोलियो अभियान को सबसे बड़ी स्वास्थ्य उपलब्धियों में गिना जाता है।


लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस अभियान के बाद “नॉन-पोलियो एक्यूट फ्लैसिड पैरालिसिस (NPAFP)” के लाखों मामले क्यों बढ़े?


The Hindu की रिपोर्ट के अनुसार,


> 2000 से 2017 के बीच भारत में 4.9 लाख से अधिक लोग पैरालिसिस का शिकार हुए — और इसका सीधा संबंध Oral Polio Vaccine (OPV) से पाया गया।



वैज्ञानिक क्या कहते हैं?


St. Stephen’s Hospital के पीडियाट्रिशन डॉ. जैकब पुलियेल ने अपनी टीम के साथ किए गए अध्ययन में बताया कि:


“Pulse Polio Vaccine के बार-बार दिए जाने से NPAFP (non-polio acute flaccid paralysis) के मामले तेजी से बढ़े। यानी पोलियो खत्म हुआ, लेकिन एक नई प्रकार की लकवा जैसी बीमारी उभर आई।”


यह वही स्थिति है जिसमें व्यक्ति के शरीर के अंग अचानक काम करना बंद कर देते हैं, लेकिन वायरस पोलियो का नहीं होता। यह वैक्सीन-जनित न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के रूप में देखा गया है।


क्यों नहीं उठते सवाल?


यह वैक्सीन हर नवजात को जन्म के तुरंत बाद दी जाती है, बिना किसी स्वतंत्र जांच या अनुमति के।

माता-पिता को बताया जाता है कि यह "जीवनरक्षक" है, जबकि रिपोर्ट्स यह दिखाती हैं कि यह **तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती है।

WHO और सरकारें इसे “सफल अभियान” कहती हैं, पर असली डेटा लोगों से छिपा दिया जाता है।


डॉ. एंड्रियास काल्कर का दृष्टिकोण: शरीर को डिटॉक्स करें**


डॉ. काल्कर के अनुसार —


“हमारा शरीर खुद को ठीक करने में सक्षम है, अगर हम उससे ज़हर (toxins) निकाल दें।”


Oral vaccines, heavy metals और preservatives (जैसे mercury, aluminum) शरीर में रहकर नर्वस सिस्टम को प्रभावित करते हैं।

ऐसे में CDS (Chlorine Dioxide Solution)जैसे ऑक्सीडेशन डिटॉक्स थेरेपीज़ शरीर से इन रासायनिक अवशेषों को बाहर निकालकर पुनः ऊर्जा और इम्यूनिटी बहाल करती हैं।


निष्कर्ष:


पोलियो का अंत मानवता की जीत नहीं, बल्कि एक नई चेतावनी हो सकता है — कि हम अंधविश्वास में विज्ञान को न मानें, बल्कि सत्य की खोज करें।

हर इंजेक्शन या ड्रॉप से पहले एक सवाल ज़रूर पूछें:



 
 
 

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