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कोविड के बाद हार्ट अटैक के बढ़ते मामले — क्या आपको भी सावधान रहना चाहिए?

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पिछले कुछ सालों में, खासकर कोविड-19 महामारी के बाद, **हार्ट अटैक और हृदय संबंधी समस्याओं के मामलों में अचानक बढ़ोतरी** देखी गई है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि **ऐसे लोग भी प्रभावित हुए हैं जिन्हें कोविड संक्रमण नहीं हुआ**, लेकिन उनके टेस्ट में कोविड एंटीबॉडी पाई गई।


### 📌 क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले?


1. **पोस्ट-कोविड इंफ्लेमेशन** — कोविड संक्रमण या वैक्सीन के बाद शरीर में सूजन (Inflammation) रह सकती है, जो हृदय पर असर डालती है।

2. **ब्लड क्लॉट्स (खून के थक्के)** — कई रिसर्च में यह पाया गया कि कोविड के बाद रक्त के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है।

3. **लाइफस्टाइल फैक्टर्स** — स्ट्रेस, गलत खानपान, और कम शारीरिक गतिविधि भी दिल की बीमारियों को ट्रिगर कर सकते हैं।


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### 💡 हार्ट हेल्थ के लिए डिटॉक्स क्यों ज़रूरी है?


डिटॉक्स का उद्देश्य है **शरीर में जमा टॉक्सिन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और ब्लड क्लॉट के रिस्क को कम करना**।

**ऑक्सीडेशन थेरेपी** जैसी प्राकृतिक पद्धतियां शरीर को:


* इम्यून सिस्टम को बैलेंस करने

* ब्लड सर्कुलेशन सुधारने

* ऑक्सिजन लेवल बढ़ाने

में मदद करती हैं।


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### 🩺 क्या आपको भी हार्ट डिटॉक्स की ज़रूरत हो सकती है?


* अचानक सीने में दर्द या भारीपन

* सांस लेने में परेशानी

* तेज थकान या चक्कर

* कोविड या वैक्सीन के बाद लगातार कमजोरी


अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें।


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